hindi sahitya
रविवार, 23 सितंबर 2012
लौट जाओ
लौट जाओ
तम,
तुम्हारा वास्ता क्या,
इस नगर से।
छोड़ दो यह रास्ता,
अब दूर जाओ,
इस डगर से।
ये नगर है
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