hindi sahitya
शनिवार, 22 सितंबर 2012
संभल जाओ अब ज़माने वाले....
संभल जाओ अब ज़माने वाले ,
आ गए तलवार उठाने वाले ,
तारीख गवाह है देखो तुम भी ,
मिट गए इस्लाम को मिटाने वाले ,
तेरा मकान
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