hindi sahitya
रविवार, 30 दिसंबर 2012
नया सपना
नया सपना
गाँव के मेले में हाथों को थामें,
घुमती हुई रंगीली चकरी को ताकते,
उन मासूम सपनो की तरह,
समय की हर
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