hindi sahitya
शनिवार, 29 दिसंबर 2012
वह चुटकियों में हल निकाल देता है
वह चुटकियों में हल निकाल देता है
चालाक है, कीचड़ उछाल देता है ।
घुप्प अंधेरा हर तरफ कायम रहे -
आवरण सूरज पे डाल देता
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