hindi sahitya
शनिवार, 29 दिसंबर 2012
स्त्री पर कविता - दामिनी/निर्भया को समर्पित
१)
आज विधाता से एक सवाल पूछने का बड़ा मन कर रहा है -
हे सृजनहार
पूछती हूँ
तुझसे एक सवाल
क्यों लिख दी तूने
जन्म के
पूरा पढ़े ...
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
नई पोस्ट
पुरानी पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें