hindi sahitya
रविवार, 6 जनवरी 2013
उसी चार- दीवारी में, अब भी कैद मैं रहती हूँ !
GURU NANAK ENGLISH SCHOOL- A PLACE WHERE MY SOUL RESIDES...:)
कहने को तो बहुत आगे बढ़ चुकी हूँ,
फिर भी जाने क्यों,
उसी चार- दीवारी में, अब भी कैद मैं रहती
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