hindi sahitya
शनिवार, 28 जुलाई 2012
सावन बरसे नयनों में
बरसात के दिनों में
छाये बादल अम्बर में
रिमझिम बरसे पानी में
धरती शीतल शिहरण में
मिलन के आलिंगन में
महक गई फिजा
पूरा पढ़े ...
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
नई पोस्ट
पुरानी पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें