hindi sahitya
गुरुवार, 23 अगस्त 2012
शकुन्तला
दुर्वाशा के वचनो का ना था उन्हे ज्ञान !
वह सुन रही थी पक्षियो का सुरीला गान !!
दुर्वाशा ने क्रोधित होकर कहा
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