hindi sahitya
बुधवार, 19 दिसंबर 2012
छूट गए साथ निभाने वाले
छूट गए साथ निभाने वाले
वक्त की करनी ही कुछ ऐसी थी
जिसको पूनम का चांद समझा
वो अन्दर से कालिख जैसी थी
पूरा पढ़े ...
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
नई पोस्ट
पुरानी पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें