hindi sahitya
सोमवार, 14 जनवरी 2013
बहशी दरिंदे
बहशी दरिंदे
समाज में मानव को क्या हो गया
कितना बहशी वो हो गया
डर उनसे कोसों दूर हो गया
लगता है पशु से भी बत्तर हो
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