hindi sahitya
सोमवार, 25 जून 2012
"अभी सांसे शेष हैं"
अन्दर के अंधेरो से होकर,
आती है कुछ किरणे;
मेरे घर के आँगन में |
प्रकाशमय लकीरें खिच जाती ,
भीतर के शुन्य तिमिर में
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