hindi sahitya
गुरुवार, 19 जुलाई 2012
कैसे करूं मैं आज कविता ?
छंदों से करदूं आँख मिचोली,
या लिख दूं कोई सुरीली बोली ...
शब्दों की लाली रच दूं,
या रंग दूं पेचीदा अक्षरों की होली
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