hindi sahitya
गुरुवार, 21 जून 2012
पर तुम बिछडना न कभी
गुलाब मे ही कान्टे होते है,
पर छुना न उन कान्टो को कभी!
चाहे बिछडे गुलाब से कान्टे,
पर तुम बिछडना न कभी!!
सरगम
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