hindi sahitya
शनिवार, 14 जुलाई 2012
वो मेरा ख्वाब तोड़कर चले गये
वो मेरा ख्वाब तोड़कर चले गये
मेरी मिट्टी कोड़कर चले गये
तरकश के सारे-के-सारे तीर
मेरे दिल में छोड़कर चले गये
मैं
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