शुक्रवार, 10 अगस्त 2012

श्री आदित्याय नमः : सुमंत मिस्र

उषा के गाल पर

लाज की लाली बिखराते

स्वर्णाभ किरणों से

कर देते

प्रकृति को अनावृत्त

निखर पड़ता

अप्रतिम

पूरा पढ़े ...

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें