बुधवार, 10 अक्तूबर 2012

हम दर- बदर की ठोकरे खाते चले गए !

हम दर- बदर की ठोकरे खाते चले गए !
फिर भी तराने प्यार के गाते चले गए !

कोशिश तो की भंवर ने डुबाने की बार बार!
तूफां

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