hindi sahitya
शनिवार, 13 अक्टूबर 2012
मौत
सब कुछ छुपा लेते हो सुन के हलकी सी आहट,
साफ दिखती मौत आने से पहले की घबराहट,
शाम को जाते हो सोने खोल दरवाजे के पट
रात
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