hindi sahitya
मंगलवार, 30 अक्टूबर 2012
ग़ज़ल(बहुत मुश्किल)
अँधेरे में रहा करता है साया साथ अपने पर
बिना जोखिम उजाले में है रह पाना बहुत मुश्किल
ख्बाबो और यादों की गली
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