hindi sahitya
शुक्रवार, 5 अक्टूबर 2012
ऐसा कोई धाम बता दो.
ऐसा कोई धाम बता दो.
ऐसा कोई धाम बता दो,
जहाँ न हों घनश्याम बता दो।
कण - कण में वो रमा हुआ है,
उसके बल जग
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