hindi sahitya
मंगलवार, 13 नवंबर 2012
हम नहीं पीते यों ही
हम नहीं पीते यों ही .....!!!?!!!
मुझे शक की निगाहों से ना देखो,मैंने पीना छोड़ दिया,
यों ही आँखें लाल हो गई ज़ालिम, तुम ने
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