बुधवार, 30 जनवरी 2013

33- [ग़ज़ल] मय की आगोश में मज़बूर दीवाने आए

ग़ज़ल
मय की आगोश में मज़बूर दीवाने आए
दर्दे दिल दर्दे जिगर ग़म को सुनाने आए

उनकी आमद की ख़बर पहुची फ़लक़

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