hindi sahitya
मंगलवार, 17 जुलाई 2012
प्रजातंत्र
प्रजातंत्र में ,
वाणी की स्वतंत्रता के नाम पार ,
कीचड़ उछालते है l
परनिंदा में प्रवीण ब्यक्ति ,
कुशल
पूरा पढ़े ...
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
नई पोस्ट
पुरानी पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें