शनिवार, 9 फ़रवरी 2013

33-जिंदगी अब रात रानी हो गई

ग़ज़ल
जिंदगी अब रात रानी हो गई ]
जब से उनकी मेहरबानी हो गई ]

इब्तदा - ए -जिंदगी की सुब्ह से

पूरा पढ़े ...

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें