शनिवार, 16 फ़रवरी 2013

सार्थतकता नाम की/ हास्य कविता

्हास्य कविताएं ( कुण्डलियाँ )

1 निरमल कुमार गंदे भए, और चतुरसींग संठियाय |

अजि नैनदास अंधे भये, और शांतिलाल खिसियाय

पूरा पढ़े ...

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें