hindi sahitya
बुधवार, 3 अक्टूबर 2012
दूर जितना वो मुझसे जाएंगें !! ग़ज़ल !!
दूर जितना ही मुझसे जाएंगे !!
मुझको उतना क़रीब पाएँगे !!
.....
कुछ न होगा तो आंख नम होगी!!
दोस्त बिछड़े जो याद आएंगे
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