hindi sahitya
गुरुवार, 4 अक्टूबर 2012
धढ़के- यादे बन उन के दिल मे !!!
धढ़के- यादे बन उन के दिल मे !!!
पथ्थर की चट्टानों को चीर कर निकलता है दरिया,
सनम पथ्थर दिल से "आह" की भी है
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