शनिवार, 2 फ़रवरी 2013

33-जिंदगी अब रात रानी हो गई

ग़ज़ल
जिंदगी अब रात रानी हो गई
जब से उनकी मेहरबानी हो गई

इब्तदा - ए -जिंदगी की सुब्ह से

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