hindi sahitya
गुरुवार, 21 फ़रवरी 2013
मोहन खेल रहे है होरी / शिवदीन राम जोशी
मोहन खेल रहे है होरी ।
गुवाल बाल संग रंग अनेकों धन्य-धन्य यह होरी ।
वो गुलाल राधे ले आई मन मोहन पर ही बरसाई,
नन्दलाल
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