hindi sahitya
रविवार, 24 फ़रवरी 2013
चोरों ने फिर रचा स्वयंवर
गंदे नाले बने समंदर
रंगदार अब बने सिकन्दर
सत्ता के गलियारों में देखो
इधर भी बंदर उधर भी बंदर
सच्चाई के
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