hindi sahitya
गुरुवार, 21 फ़रवरी 2013
Aaj wo zindagi so gyi
जिन्दगि के लम्हो मे मेरि खुशि खो गयि,
सारा दिन जो सब्को हसाति थि आज वो जिन्दगि सो गयि,
असुअन भरि अन्खिया आज भि
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