hindi sahitya
मंगलवार, 26 फ़रवरी 2013
प्रेम का वरदान दे दो।
प्रेम का वरदान दे दो।
चेतना का गान दे दो।।
जिन पदों में प्रीत की
सुरभित, तरंगित रश्मियाँ हों।
सूर, कबिरा और तुलसी
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