hindi sahitya
रविवार, 10 फ़रवरी 2013
दिल की मौसमी चाल
दिल की मौसमी चाल
सर्द बर्फीली रातों का ठंडा सन्नाटा,
ज़िस्म को भेदता फैला रहा-
शीतलतम लहर अंदर तक;
टटोल कर देखा
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