गुरुवार, 27 सितंबर 2012

नजरों से पिलाया गया........!!!

सूरज तो डूब गया रात के इंतजार मे और तन्हा रात आई,
दिल जले,कोफ़्त कैसा, रात बाकी, अभी तो चाँद निकला कंहा !

अभी रात

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