hindi sahitya
शनिवार, 9 फ़रवरी 2013
31-चाँद जैसे चेहरे पे तिल जो काला काला है 09981728122
ग़ज़ल
चाँद जैसे चेहरे पे तिल जो काला काला है @
मेरे घर के आंगन में सुरमई उजाला है @
जब भी पाव बहके हैं
पूरा पढ़े ...
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
नई पोस्ट
पुरानी पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें