hindi sahitya
सोमवार, 4 फ़रवरी 2013
खुद से बातें करती हूँ
कभी कभी खुद से बातें करने को जी करता है,
कभी - कभी ख़्वाबों मुझे हाय रहने
को जी करता है
जिंदगी हर लम्हा बदलती है
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