शुक्रवार, 14 सितंबर 2012

!! मेरी चुनी राह !!

जिसे समझते थे हम अपनी जिंदगी , आज पता चला वो एक गलती थी !

जिस भरोसे की ऊँगली थाम चल परे थे हम मुसाफिर बन कर,
आज पता

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