गुरुवार, 15 नवंबर 2012

दीपावली के दोहे

1

ऐसे दीप जलाइए, रोशन सब जग होय

अँधियारा मन का मिटे, फूट-फूट तम रोय ।

2

आस्थाओं के तेल में, नेह-वर्तिका

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