रविवार, 30 दिसंबर 2012

28-ये दुनिया खूबसूरत है ज़माना खुबसूरत है

= ग़ज़ल =
ये दुनिया खूबसूरत है ज़माना खुबसूरत है =
मुहब्बत की नज़र से देखने की बस जरुरत है =

यहाँ पर

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