मुक्तक-
जिंदगी में बड़े काम करते रहे कुछ पुराने नए काम करते रहे शान से ये तिरंगा फहरता रहे अपना सर देश के नाम करते रहे शकुंतला तरार रायपुर (छत्तीसगढ़)
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