तू वह नीव ह जिसपे आज मेरी मुस्कराहट कड़ी ह , तू वह आँख ह जिससे मैने सपने देखे ह , तू वह उम्मीद ह जिसपे आज मेरे हौसले खड़े ह , तू वह वक़्त ह जो मझे सिर्फ बचपन दिखाता ह !!!!
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें