गुरुवार, 27 दिसंबर 2012

दरिया में पानी ना (माहिया)1-11

 

डॉ ज्योत्स्ना शर्मा

1

रुत ये वासंती है

चरणों में हमको

ले लो ये विनती है ।

2

दो बूँद दया बरसे

हम भी हैं तेरे

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