गुरुवार, 27 दिसंबर 2012

माहिया 13-24

13

आँसू सब पी लेंगे

जो दु:ख तेरे हैं

उनको ले जी लेंगे

14

मन की तुम मूरत हो

जितने रूप मिले

उनकी तुम सूरत

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