hindi sahitya
सोमवार, 3 दिसंबर 2012
जान लो एक बार आईना देखकर
बसते हैं कुछ अरमान इस दिल मे भी, जो रह जाते हैं दिल मे ही तुम्हे देखकर.
होते हैं क्या क्या ज़ुल्म हम पर तुम्हे देखकर,
Jaanlo Ek Baar Aaina Dekhkar
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