शनिवार, 8 दिसंबर 2012

कुछ शेरो शायरी

कुछ शेरो शायरी:-
(51)
साथ
मरना देखोगी, छुटा जो तुम्हारा हाथ;
तुमने मेरा जीना देखा, देकर मेरा साथ!
सजन मुरारका
(52)
जीने

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