आओ सब अवार्ड लौटायें,
फिर से देश गुलाम बनायें।
मोदी मोदी क्यों करते हो,
भारत पे भी क्यों मरते हो।
पाक से अपना भाईचारा,
हिन्दू दुश्मन मुस्लिम प्यारा ।
बीफ-वीफ का कैसा चक्कर,
हम खा जायें देश बेच कर ।
एन.जी.ओ.दारू की प्याली,
फोर्ड देता भर -भर थाली ।
हिन्दू तुम बहरे हो आओ,
फोङ के आँखे देश लुटाओ।
अपने तो मजे हैं भाई
बहत्तर हूरें, चार लुगाई।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें