शनिवार, 30 जून 2012

दिल्ली की नगरिकता / असद जैदी

(विश्वनाथ और हरीश के लिए )

जैसी पाँचवीं कक्षा में गणित मेरे लिए वैसी इस शहर में भीड़ थी

फ़्लैशबैक ख़त्म हुआ ।

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