शनिवार, 8 दिसंबर 2012

कुछ शेरो शायरी

कुछ शेरो शायरी :-
(1)
दास्ताँ
आरजू थी, मोहब्बत का पैगाम लिखेंगे ;
तन्हाई मे कैसे गुजरी रात वो दास्ताँ लिखेंगे !
सजन

पूरा पढ़े ...

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें