बांध रखा है तुझे और मुझको भी इन हदो ने पर ये हदें क्या हैं ? खफा हैं दो मरुभूमि इक-दूजे से; वो सरहदें क्या हैं ? चुनिंदा जमीनी टुकड़ो का , जमा है ढेर… हकों के दस्तावेजो का।
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