इलाही मुझ पर तु बस इतना करम कर दे ! जागी हैं तडप दिल में उसे तु खबर कर दे !! हो गर इनायत उसकी मुझ पर तो अच्छा हैं ! नहीं तो मुझे तु मुझसे बेखबर कर दे !!
अविनाश कुमार
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