hindi sahitya
गुरुवार, 23 अप्रैल 2015
चमचागीरी-28
हम को फुर्सत नहीं मिलती अपना गम सुनाने को;
कियूं कि चमचे लगे रहते हैं अपने नंबर बनाने को.
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चमचागीरी-28
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